हिंदू सम्राट बप्पा रावल मेवाड़ के महाराणा जिन्हें एकलिंग जी का अवतार भी माना जाता है

  बप्पा रावल

मेवाड़ में उस समय बप्पा रावल का राज था, बप्पा रावल एक महापराक्रमी व कुशल शासक थे। बप्पा रावल जब युद्ध में होते थे तो ऐसा लगता था मानो भगवान श्री एकलिंग जी स्वयं युद्ध कर रहे हो।

बप्पा रावल पहले ऐसे भारतीय राजा थे जिन्होने भारत के बाहर भी आक्रमण किया और विजय प्राप्त की।

बप्पा रावल जी ने मेवाड़ का बाहर या यूं कहूं के देश के बाहर भी अपना साम्राज्य फैलाया, उन्होंने बाहर के राजाओं को युद्ध में हराया लेकिन जीतने के बाद पुनः राजाओं को उनके राज्य लोटा दिए, तो बप्पा रावल महावीर, पराक्रमी होने के साथ बहुत बहुत दयालु भी थे।

बप्पा रावल ने देश को काफी समय तक बाहरी आक्रमणकारी से सुरक्षित रखा ।

बप्पा रावल जी का नाम इतिहास मे बहुत कम सुनते है । लेकिन वास्तव मे बप्पा रावल जी जैसा यौद्धा भारत मे कभी नहीं जन्मा होगा । उनके साहस के सामने शत्रु भी नतमस्तक हो जाता था , उनकी वीरता अविश्वसनय थी , उनका युद्ध कौशल अद्भुत था , उनके वंश  मे उनके बाद् जितने भी शासक हुए वो वीर हुए । 

अतः मेवाड प्रारंभ से शक्तिशाली राणा के हाथ में रहा है।

यही कारण भी है कि मेवाड़ ,देश में अपनी अलग ही पहचान रखता है।

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